पिलखा पहाड़ की हरियाली से सुशोभित,रेणुका नदी की पवित्र धारा से संतृप्त और काला हीरा के विशाल भण्डार को अपने गर्भ में सजोये हुए विश्रामपुर क्षेत्र में एक तरफ आदिवासी बाहुल्यता के कारण गांव जहां मांदर की थाप पर सुआ,कर्मा,शैला आदि लोक नृत्यों पर थिरकते हुए नजर आते है, वहीं विश्रामपुर भटगांव कुम्दा में बसे भारत के विभिन्न क्षेत्रों से आये कालरी कर्मियों में देश की विभिन्न सांस्कृतियों की झलक दिखाई देती है। छत्तीसगढ़ राज्य के सूरजपुर जिले में स्थित धनधान्य से भरपूर विश्रामपुर क्षेत्र के सुदूर ग्रामीण अंचल में निवास करने वाले छात्र-छात्राओं एवं कालरी कर्मियों के पाल्यों की उच्च ज्ञान पिपासा को तृप्त करने के उच्च आदर्शों एवं लक्ष्यों के साथ दिनांक 28.8.2008 को विश्रामपुर में शासकीय महाविद्यालय का विधिवत शुभारंभ हुआ। | विश्रामपुर शहर कटनी-गुमला राष्ट्रीय राजमार्ग क्र. 78 पर जिला मुख्यालय अम्बिकापुर से 28 किमी. पश्चिम तथा जिला मुख्यालय सूरजपुर से 12 किमी. पूर्व में स्थित है। यह शहर अनुपपुर - अम्बिकापुर रेलमार्ग का एक महत्वपूर्ण स्टेशन मार्ग भी है। शासकीय महाविद्यालय विश्रामपुर स्थापना के साथ ही कला, विज्ञान और वाणिज्य तीन संकाय के साथ प्रारंभ हुआ।
वर्तमान में यह महाविद्यालय संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय, अंबिकापुर, छ.ग. से संबंद्ध है।